Failure = Success ? What Leads To success rather than Failure ?


आज के इस युग में लोग इतने ज़्यादा बिजी होगये है की उन्हें किसी की परवाह तो छोड़ो खुद का पता नहीं है की उनके जीवन में क्या चल रहा है बस जिए जा रहे है जैसा चल रहा है वैसे चलते दे रहे है बिना कोशिश किये की कुछ अच्छा वो कर सकते है या कुछ अच्छा पा सकते है पर मेहनत करना ही नहीं चाहते और अगर मेहनत करना चाहते है तो उनके पास चीज़े नहीं है तो कुल मिलके देखा जाये तो हर तरफ समस्या ही समस्या है पर इसका निवारण क्या है |


तो चलिए दोस्तों इसी हर्ष और उल्लास के साथ शुरू करते है अपना ब्लॉग जिसमे आज मे आपको बताऊंगा की कैसे आप अपनी फेलियर को सक्सेस में बदल सकते है कैसे हार पर विजय प्राप्त कर सकते है आज ये में आपको एक  कहानी के माधयम से समझाऊंगा | एक गाँव में एक लड़का रहता था वह अपने जीवन से बहुत ज़्यादा परेशां था क्यूंकि उसके जीवन में कोई भी चीज़ उसके मुताबिक नहीं होती थी जिस कारन वर्ष वह बहुत परेशां रहता था एक दिन उस लड़के ने देखा की एक चिड़िया कैसे अपने बचे को पेड़ पर एक एक दाना कही दूर दूर से लाकर खिला रही है और एक दाने के लिए सरे बचे लड़ रहे है पर मिल किसी एक को ही रहा है तो यह देख कर लड़का का दिमाग थोड़ा अचंभित होगया वह सोच में पड़  गया की यहाँ चल क्या रहा है क्यूंकि चिड़िया में अकेले इतनी ताक़त नहीं थी की सब बच्चों के लिए भर पेट दाना ला सके | तो लड़का रस्ते भर यही सोचता आया की आखिर इतने बच्चों का पेट अकेले एक चिड़िया नहीं पाल सकती और सब बच्चों में से जियेगा वही जिसे दाना मिलेगा तो परिश्रम तो एक पंछी के भी जीवन में है तो हम तो इंसान है परन्तु लड़के ने उस बात को ध्यान तो रखा पर वह इसका तात्पर्य खुद को नहीं समझा पाया | तो एक दिन वह किसी ज़रूरी काम से जा रहा होगा शहर की तरफ तो रस्ते में वह बस का इंतज़ार कर रहा था परन्तु उस दिन बस ड्राइवर की हड़ताल थी और उस दिन उसे बहुत ज़रूरी काम था जो की पूरा होने से रह गया | उसे उस दिन अपनी किस्मत पर बहुत गुस्सा आया और वह आस्मां की तरफ देख कर बोलै की हे ! प्रभु इतनी कठनाई मेरे ही जीवन में क्यों ऐसा क्या पाप कर दिया है मेने जो इतनी पीडा सेह रहा हु | अगर मुझसे कोई भूल होगयी हो तो माफ़ कार्डो | इतना कह कर वह चला गया और तभी ज़ोर ज़ोर से बादल  गरज़ने लगे और कुछ ही देर में पूरा आसमान काले बादलो से धक् गया | और उस दिन काफी वर्षा हुई | पुरे गाँव में हर तरफ कीचड़ ही कीचड़ होगयी | अगले दिन उस लड़के को फिर से शेर जाना था परन्तु कीचड़ के कारण गाँव से बहार जाना काफी मुश्किल लग रहा था | तो उसने ठान लिया की आज में शहर जाकर ही रहूँगा चाहे कुछ क्यों न होजाये | गाँव के लोग उसे काफी कमज़ोर और पनोती मन करते थे जब वह उनके पास से  भी गुज़र गया तो उसे दूर हैट ते थे जिसकी वजह से लड़के को गाँव में काफी निंदा झेलनी पड़ती थी और ये एक दूसरा कारण भी था उसकी परेशानी को और बढ़ावा देने का | वह अपने रस्ते पर था अचानक उस्ने देखा की सामने तो बहुत सारा पानी भरा हुआ है और उस पानी को पार  नहीं है तो वह डरा या रुका नहीं उसने तरकीब लगायी की क्यों न में किसी पेड़ की मदद लू उस पार जाने में | परन्तु वह कोई पेड़ नहीं था आस पास पीछे कुछ मिल दूर एक पेड़ था जिसकी टहनी सुखी थी तो वह लड़का वही गया और उस पेड़ की टहनी तो कर ले आया और एक छोटी सी नाव तैयार करि ताकि उस पार जा सके | नाव तो तैयार होगयी थी लेकिन जैसे ही वह पानी में उतरा उस नाव को लेके थोड़ी दूर तक तो नाव ने साथ दिया परन्तु आगे जाते ही नाव खुल गयी और वह लड़का कीचड़ से भरा पानी में गिर गया और उसके सारे कपडे ख़राब होगये | वह बहुत हताश होगया और मन ही मन वह खुद को बहुत बदकिस्मत समझने लगा वह घर लौट ही रहा था तब उसे पेड़ किनारे एक बूढ़ा आदमी बैठा हुआ मिला वह बूढ़ा व्यक्ति काफी बीमार लग रहा था तो लड़का उस बूढ़े व्यक्ति के पास गया और पूछने लगा आप ठीक तो हो तो बूढ़े व्यक्ति ने उसकी तरफ देखा और बोलै की में तो ठीक हु पर तुम परेशान लगते हो | यह सुन कर लड़का थोड़ा भावुक होगया और अपनी पूरी कहानी बताने लगा | पूरी कहानी सुनने के बाद बूढ़े व्यक्ति ने कहा की बीटा में तुम्हे आज एक कहानी सुनाऊंगा छोटी सी इसे ध्यान से सुन्ना इसमें जीवन के हर रहस्य के सवाल का जवाब है


एक आदमी पास ही हाथियों के एक समूह के पास चल रहा था जिसे एक छोटी रस्सी ने उनके सामने के पैर से बाँधा हुआ था। वह इस तथ्य से चकित था कि विशाल हाथी भी रस्सी को तोड़ने और खुद को मुक्त करने का प्रयास नहीं कर रहे है | 



उसने देखा कि एक हाथी ट्रेनर उनके पास खड़ा था और उसने अपनी मनमोहक स्थिति को व्यक्त किया। ट्रेनर ने कहा "जब वे बहुत छोटे होते हैं और बहुत छोटे होते हैं तो हम उन्हें बाँधने के लिए एक ही आकार की रस्सी का उपयोग करते हैं और उस उम्र में उन्हें पकड़ना काफी होता है।"


जैसे-जैसे वे बड़े होते हैं, उन्हें विश्वास होता है कि वे टूट नहीं सकते। उनका मानना ​​है कि रस्सी अभी भी उन्हें पकड़ सकती है, इसलिए वे कभी भी मुफ्त तोड़ने की कोशिश नहीं करते हैं। ”

शिक्षा : यह हाथियों की गलत धारणा है, जिन्होंने जीवन काल के लिए अपनी स्वतंत्रता से इनकार कर दिया। इसी तरह, कई लोग अपने जीवन में सफलता की दिशा में काम करने की कोशिश नहीं कर रहे हैं, क्योंकि वे पहले एक बार असफल हो गए थे। इसलिए प्रयास करते रहें और असफलता के कुछ झूठे विश्वासों के साथ बंधे नहीं रहें।

यह सुनकर लड़का काफी उत्साह से भर गया और बूढ़े व्यक्ति को वचन दिया की अबसे किसी भी कार्य को करने से पीछे नहीं हटूंगा चाहे कितनी बार भी असफल क्यों न हो | यह सुनकर बूढ़े व्यक्ति ने उसे आशीर्वाद दिया और अलविदा कहा | लड़के ने बूढ़े व्यक्ति का धन्यवाद किया | और अगले दिन से वह अपने जोश के साथ काम करने लगा हाला की वह असफल हुआ परन्तु उसने हार नहीं मानी और जिस काम को वह करना चाहता था वह उसने करके दिखाया | 

सोचिये आज आप सब के पास बिजली है सिर्फ एक इंसान की वजह से "थॉमस एल्वा एडिसन " वह अपने बल्ब को जलाने के प्रयास में 999 बार असफल हुए परन्तु उन्होंने हार नहीं मानी अगर हमारे जैसा इंसान होते तो दूसरी बार में ही छोड़ देता परन्तु उन्होंने हार नहीं मानी जिसकी वजह से आज हम सब अँधेरे में भी रौशनी का फायदा उठा पा रहे है | इसलिए मेरे प्यारे दोस्तों आप सब भी असफल हो तो डरे नहीं ये एक निशानी है की आप जल्दी सफलता को प्राप्त करने वाले है. 

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